कृषि कानून वापस होने तक जारी रहेगा कांग्रेस का आंदोलनः प्रदेश अध्यक्ष

मथुरा। कांग्रेस खेत खलिहान गरीब और किसान की पार्टी है। केंद्र सरकार जबरन कृषि कानून किसानों पर थोपना चाहती है। कृषि कानून लागू कर इस सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ये पूंजीपतियां की कठपुतली है। राजनीतिक पार्टी होने के नाते यह हमारा धर्म है। आज कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खडी है। किसानों की आवाज को दबने नहीं देगी। यह आंदोलन किसानों का आंदोलन, पहले दिन से इस कृषि कानून का विरोध कांग्रेस पहले दिन से कर रही है। कांग्रेस ने संसद से सडक तक इस कानून का विरोध किया है। जब तक तीनों कानून वापस नहीं होते हैं कांग्रेस का आंदोलन और विरोध हर मंच पर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि देश का किसान परेशान हैं। नए कृषि कानून को वापस कराने के लिए आंदोलन कर रहा है। सरकार संख्या के दम पर आंदोलन को दबाना चाहती है। आंदोलन में 200 के करीब लोग मारे गए हैं, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं हैं। राहुल गांधी भी लगातार किसानों के हित में आवाज उठा रहे हैं। सदन में भी कृषि कानून के विरोध में आवाज उठा रहे हैं। किसानों की आवाज दबने नहीं देंगे। 19 फरवरी को पालीखेडा मथुरा किसान महापंचायत का आयोजन कर रही है। प्रियंका गांधी इस महापंचायत को संबोधित करेंगे। इस महापंचायत से पहले तैयारियों की समीक्षा करने आये प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहाकि इस समय देश में अघोषित इमरजेंसी के हालात है। वर्तमान सरकार संविधान का सम्मान नहीं कर रही है। इस दौरान उन्होंने इस बात को स्पष्ट किया कि कांग्रेस आंदोलित किसानों का समर्थन कर रही है। हर कदम पर उनके साथ खडी है लेकिन कांग्रेस का आंदोलन तीनों कृषि कानून वापस होने तक जारी रहेगा। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से इस आंदोलन को आगे बढा रही है। पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायतों का आयोजन कर रही है। पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, वरिष्ठ नेता महेश पाठक, जिलाध्यक्ष दीपक चैधरी, महानगर अध्यक्ष एड. उमेश शर्मा, मोहन सिंह, मुकेश धनगर, नीलम कुलश्रेष्ठ, शालू, अशोक चकलेश्वर, आबिद हुसैन, जिला मीडिया प्रभारी विनेश सनवाल मौजूद रहे।