जरूरतमंदों की मदद करने मिलता हैं आत्मसुख : बिहारी राम पहलवान
हज़ारों गरीबों को आटा दान कर मनाया मकर संक्रांति का पावन पर्व

मथुरा/चौमुहां : वैसे तो सनातन धर्म के प्रेमी हिंदू संस्कृति के आधार पर मकर संक्रांति को दान पुण्य का महापर्व के रूप में मनाते हैं। इसी क्रम में कान्हा की नगरी में इस पर्व का कुछ अलग ही महत्व हैं। यहां का हर नागरिक दान देने में अग्रणी भूमिका निभाता हैं। इसी मकर संक्रांति के अवसर पर कस्बा चौमुहां में नगर पंचायत चेयरमैन बिहारी राम पहलवान ने तकरीवन 1000 गरीबों को आटा दान करके इस पर्व को मनाया। घने कोहरे के बीच गरीब, निर्धन, असहाय लोगों दान पुण्य करते हुए नजर आये। इस मौके पर बिहारी राम पहलवान ने बताया कि पौष मास में दान का विशेष महत्व होता है इसलिए मकर संक्रांति पर लोग पुण्य कमाने के उद्देश्य से दान करते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि मान्यता है कि इस दिन भगवान सूर्य की अराधना होती है। सूर्यदेव को जल, लाल फूल, लाल वस्त्र, गेहूं, गुड़, अक्षत, सुपारी और दक्षिणा अर्पित की जाती है। पूजा के उपरांत लोग अपनी इच्छा से दान-दक्षिणा करते हैं। इस लिए वह मकर संक्रांति के दिन वर्षों से गरीब, निर्धन, असहायों को आटा, दाल, चावल दान करते चले आ रहे हैं। उन्होंने सभी जरूरतमंद, गरीब, निर्धन, असहायों को अपना भाई बन्धु बताते हुए कहा कि इनके लिए उनके घर के दरबाजे हमेशा के लिए खुले हैं। आज वह इन्ही गरीबों के आशीर्वाद की वजह से इस मुकाम पर हैं। इस दौरान भूरी सैनी, हरिलाल पहलवान, छत्तर मास्टर, मोहनश्याम, मुकेश, देशराज, अशोक, बल्लो पहलवान आदि लोग उपस्थित रहे।