बीता साल भुलाना मुश्किल लेकिन 2021 से बड़ी उम्मीद : डॉ सुनील उपाध्याय

आगराः बच्चों से लेकर बड़ों तक सब की नये साल से बहुत सी उम्मीदें जुड़ी होती हैं। हर कोई चाहता है कि उनका नया साल अच्छा व खुशियों से भरा हो। इन खुशियों को पाने के लिए जब आप और हम 31 दिसंबर 2019 को अपने घरवालों या दोस्तों के साथ मिलकर 2020 के स्वागत की तैयारी कर रहे थे। तब सोचा न था नया साल इस तरह बीतेगा। जैसे-जैसे 2020 साल आगे बढ़ता गया तो लोगों ने कोरोना वायरस के कारण बहुत बुरा समय देखा। वहीं कुछ लोगों ने बहुत कुछ नया सीखा और जाना। कोरोना के कारण दुनिया डर के बंधन में बंध गई। लाखों लोगों की मौत हो गई किसी ने अपनों को खोया किसी ने सपनों को खोया। इन सभी दुखों के बीच बीत रहा साल बहुत कुछ सिखा गया। कोरोना का काल जब अपने उफान पर था तब हिंदुस्तान ने लाखों लोगों को सड़कों पर देखा। किसी नन्हे से बच्चे को सूटकेस पर भूखे पेट उम्मीद लगाए बैठे देखा। किसी को रोते हुए, किसी को भूखे, किसी की लाश और कोई टूटी हुई आस। इन मुश्किलों के बीच एक अच्छी बात यह थी कि हर जगह कुछ चंद लोग ऐसे भी थे जो इनकी मदद कर रहे थे। मदद पानी पिलाने की, खाना खिलाने की या फिर जगह देने की। इस साल ने एहसास करा दिया बुरे वक्त में केवल इंसानियत काम आती है। जो हिंदुस्तान के हर कोने में नजर आई। यह साल हमें सिखा गया कि अगर आप चाहे तो अपना एक फ़ीसदी देने से भी लोगों के चेहरों पर तकलीफ में भी मुस्कान ला सकते हैं। साल में न जाने कितने लोगों ने अपनों को खोया। करोड़ों लोग अपनों से दूर हो गए लेकिन इस पूरे वक्त ने हमें अपनों की कद्र करना सिखा दिया। वही कोरोना की खौफ ने लोगों को नियमों का पालन करना भी सिखा दिया। पर्यावरण बदलाव के नाम पर वायु प्रदूषण की जो हालत खराब हुई उससे लोग भले ही ना डरे हो लेकिन मास्क और चेहरे का ढकना अब जिंदगी का हिस्सा हो गया। जब सब कुछ बंद था तो साफ आसमान सड़कों पर जानवरों का निकलना इंसान को शर्मिंदा कर गया और एहसास करा गया कि हमने क्या कर दिया था। अब लाइन में लगना अच्छा लगता है किसी को फोन से पैसे देना अच्छा लगता है किसी डॉक्टर, पुलिस वाले, सफाई वाले को सम्मान देना अच्छा लगता है। 2020 ने किताब पढ़ना सिखाया। खाना बनाना सिखाया। अपनों के साथ अपनों को वक्त बिताना सिखाया। दुनिया को ऑनलाइन कार्य करना सिखाया। जाते जाते भी यह साल कई सीख दे गया। सबसे अच्छी बात यह रही कि कोरोना संक्रमण की वैक्सीन का परीक्षण सफल रहा। लेकिन 2021 से बहुत सी उम्मीदें हैं। उम्मीद है एक बार फिर अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। उम्मीद है कोरोना के कारण जिनके शहर जिन से अलग हुए वो फिर से अपना मुकाम शहर में पाएंगे। फिर से बच्चे स्कूलों में जाएंगे। उम्मीद है 2021 में दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्ति पा लेगी।