मातृत्व अभियान के तहत चिकित्सा केंद्रो पर हुई गर्भवती महिलाओं की जांच

आगरा : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शुक्रवार को जनपद के सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती की जांच की गई। सुरक्षित मातृत्व के उद्देश्य से हर माह की नौ तारीख को सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती की जांच की जाती है। इसमें गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं की पहचान के साथ ही पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन हेतु काउंसलिंग की गई। इस दौरान कोविड-19 से बचाव के लिये जारी किये गये प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। जीवनी मंडी शहरी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शुक्रवार को चिकित्सा केंद्र पर 40 गर्भवती की जांच की गई। इसमें उन्हें टिटनेस का टीका लगाया गया व जांचें भी की गईं। इसके साथ ही उन्हें आयरन, कैल्शियम सहित आवश्यक दवाएं भी दी गईं। इसके साथ ही गर्भवती को कोविड-19 से बचाव हेतु जानकारी भी दी गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. सी. पांडेय ने बताया कि हर माह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सभी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के लिये जांच शिविर लगाया जाता है। शुक्रवार को भी इसका आयोजन हुआ। इसमें गर्भवती महिलाओं की जांचें की गईं व हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई। इस दौरान समस्त गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लड, प्रेशर, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांचे की गई। साथ ही समस्त गर्भवती के गर्भ का द्वितीय एवं तृतीय त्रैमास में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एलोपैथिक चिकित्सक की देख-रेख में निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। टिटनेस का टीका, आयरन व कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाएं दी जाती हैं। हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु प्रेरित किया जाता है। पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के लिये काउंसलिंग भी की जाती है। इसी के साथ सैयां ब्लॉक में भी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती की रक्त ,यूरिन, ब्लड प्रेशर एवं वजन इत्यादि की जाँच स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शैली सिंह के द्वारा की गई और कोविड-19 से बचाव के लिये टिप्स भी दिये गए। जिसमें सपोर्टिव सुपरविजन अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी, ज़िला मातृ स्वास्थ्य परामर्श दाता संगीता भारती और डी पी सी सन्नू द्वारा किया गया।