बाजरा में फॉल आर्मीवर्म नामक कीट लगने से किसानों में हड़कंप
कृषि अधिकारी ने किसान नेताओं के साथ किया दर्जनों गांव का दौरा

आगरा-जिले में किसानों के सामने नई समस्या पैदा हो गई है। बाजरा की फसल पर इन दिनों फॉल आर्मीवर्म नाम का एक कीट (गिडार), सक्रिय हो गया है। जिसके चलते बाजरा की फसल से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। गिडार बाजरे की बालियों को चट कर रही है। इस लारवा की वजह से किसानों की बाजरा की फसल की बालियां बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इससे किसान बुरी तरीके से प्रभावित हो रहा है किसानों की माने तो फसल में 50 प्रतिशत तक नुकसान होने की संभावना है। किसानों की इसी समस्या को लेकर शुक्रवार को जिला कृषि अधिकारी राम प्रवेश वर्मा ने सदर तहसील के दर्जनों गांव कबूलपुर, सलेमाबाद, ककुआ, कुठाबली, बाद ,भाई, भांडई, शीशिया नगला मुबारकपुर ,श्यामलाल की बगिया ,इटोरा, जरुआ कटरा मनकेन्डा लाडम मलपुरा आदि गांव का किसान नेता श्याम सिंह चाहर व उनकी टीम के साथ जिला कृषि अधिकारी राम प्रवेश वर्मा ने निरीक्षण किया और किसानों की फसल को इस कीट से बचाने के लिए कीटनाशक दवाओं की जानकारी दी।
इस दौरान जिला कृषि अधिकारी का कहना था कि किसानों को जल्द % 8े जल्द अपनी अपनी बाजरा की फसल पर इमामेक्तिन नाम की कीटनाशक दवा का छिड़काव करना होगा जिससे इस तरह की गिडॉर (फ़सलनाशक कीड़ा) खत्म हो जाएगी। साथ ही कहा कि उन्होंने टीम बनाकर किसानों को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में भेज दिया है। वही सभी किसानों से फसल बचाने के लिए दवा के छिड़काव करने की जरूरी सलाह दी है। तो वही किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने जिला प्रशासन से किसानों के लिए उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है। किसान पहले से ही मुसीबतें झेल रहा है प्रशासन को किसानों के लिए निशुल्क दवा उपलब्ध करानी चाहिए। किसानों के लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए। अन्यथा किसानों के साथ किसान नेता भी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। वही कुठावली के नगला के रहने वाले किसान राम सिंह ने बताया कि किसान पहले से ही परेशान है। अब इस कीट की वजह से परेशान हैं कृषि विभाग हमें कीटनाशक दवाएं उपलब्ध कराएं जिससे हम अपनी फसल को बचा सके। इस दौरान मेहताप सिंह, भूपेंद्र सिंह, राजू, राम सिंह, कोमल सिंह, शैलेंद्र सिंह, बलवीर सिंह, राजू प्रधान, परशुराम सिंह, प्रेम सिंह, प्रदीप शर्मा सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।