’वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे’ पर आत्महत्या रोकने को जागृति
आत्महत्या का विचार रखने वालों को समझाने के लिए जारी की गयी हेल्पलाइन

मथुरा : मानसिक तनाव, हताशा और निराशा में होने वाली आत्महत्याओं को रोकने के लिए 10 सितंबर (आज) विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जा रहा है। इसे मनाने का मकसद आत्महत्या रोकने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना है। इस वर्ष वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे यानी विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम है- ’आत्महत्या रोकने को मिलकर काम करना’। स्वास्थ विभाग मथुरा में यह दिवस आज मना रहा है। इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन के अनुसार विश्व में आठ लाख लोग हर साल आत्महत्या करते हैं यानि हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति की मृत्यु आत्महत्या से होती है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार एक लाख की आबादी पर दो लोग आत्महत्या करते हैं। नोडल अधिकारी (मानसिक स्वास्थ्य) डा. सुनील पाण्डेय ने बताया कि आज कोरोना के दौर में आत्महत्या की जो ख़बरें मीडिया में आई हैं वह इस बात की और इशारा करती हैं कि लोगों में इस बीमारी के प्रति डर बहुत अधिक है तथा बहुत से लोग आर्थिक असुरक्षा से ग्रसित हैं। आत्महत्या के लिए उपयोग की गई विधि के वर्णन या आत्महत्या के प्रयास में प्रयुक्त विधि का विवरण समाचार में न करें। आत्महत्या के मामले की रिपोर्टिंग या समाचार प्रकाशन के दौरान फोटोग्राफ, वीडियो फुटेज या सोशल मीडिया लिंक का उपयोग न करें। नोडल अधिकारी के अनुसार जीवनशैली में बदलाव लाएं, ख़ुद पर ध्यान देना शुरू करें, खानपान को संतुलित करें, नियमित रूप से कुछ समय व्यायाम या योग करते हुए बिताएं।
हैल्पलाइन दूर करेगी आत्महत्या का विचार
घरेलू तनाव के कारण आत्महत्या का विचार सोचने वाले लोग हैल्पलाइन नम्बर 1075 पर डायल करें। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस के टोल फ्री नम्बर दृ 080-46110007 पर भी काल कर परामर्श ले सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्याओं के समाधान हेतु परामर्श के लिए अलग हेल्पलाइन न. – 1800-500-0019 जारी किया है।