एत्माद्दौला के विद्या नगर में हुए हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

आगरा-थाना एत्माद्दौला के विद्या नगर में हुए पुष्पा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया है। प्रेमी ने महिला के पैर पकड़े थे और उसके बड़े भाई ने दुपट्टे से गला दबाया था। हत्या के बाद प्रेमी का बड़ा भाई फरार हो गया था। प्रेमी काम पर चला गया था। महिला की मौत को बीमारी से बताकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने हत्यारोपी मुकेश और राजपाल को पकड़ लिया है। दोनों को जेल भेजा गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि छह सितंबर को पुलिस को एक महिला का शव घर में ही मिलने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। शव चारपाई पर पड़ा था। महिला की जीभ बाहर निकल रही थी। मोहल्ले वालों ने बताया कि महिला का नाम पुष्पा था। कुछ ही देर में महिला का कथित पति मुकेश भी आ गया। उसने बताया कि वह काम पर गया था। मुकेश का भाई राजपाल गायब था। पुलिस को पहले लगा कि राजपाल ने हत्या की होगी। वह महिला पर बुरी नजर रखता होगा। मौके पर मुकेश ने यह बताया कि पत्नी बीमार रहती थी। पुलिस को मौके पर ही शक हो गया था। मुकेश और महिला की उम्र में काफी अंतर था। मुकेश महिला से करीब 10 साल छोटा था।
थाना एत्मादुद्दौला प्रभारी निरीक्षक उदयवीर मलिक ने छानबीन शुरू की। पुलिस को बल्देव के गांव कननाऊ से सुराग मिले। यह मुकेश का गांव है। वहां से पता चला कि मुकेश पांच साल पहले किसी महिला को लेकर भाग गया था। महिला बल्देव के गांव सहीराम की गढ़ी की निवासी थी। उसका मायका बिचपुरी में था। पुलिस ने गांव सहीराम की गढ़ी में संपर्क किया। पुष्पा का घर खोज निकाला। उसके छोटे बेटे सूरज से संपर्क किया। वह पलवल में हलवाई का काम करता है। बेटे ने आकर बताया कि वे चार भाई-बहन हैं। मां को प्रेमजाल में फंसाकर मुकेश भगा ले गया था। उन्होंने तलाश की मगर वह नहीं मिली। सूरज ने हत्या का मुकदमा लिखाया। मुकेश के साथ राजपाल को भी नामजद किया। पुलिस ने राजपाल को पकड़ लिया। उससे पूछताछ हुई तो उसने राज उगल दिया। बताया कि मुकेश ने ही पुष्पा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। यह बोलता था कि जो अपने बच्चों को छोड़कर आ सकती है वह उसकी सगी कैसे हो सकती है। मुकेश को शक था कि पुष्पा के दूसरे लोगों से संबंध हैं। इसलिए उन्होंने उसे मार डाला।